शिक्षा पद्धति

महेश पुनेठा की किताब का रिव्यू – एक किताब जिसमें सब हाजिर नाज़िर हों

कवि, लेखक महेशचंद्र पुनेठा की यह किताब शिक्षा के अनेक अनसुलझे -अधूरे सवालों का मात्र दुहराव भर नहीं, जैसा आपने…

5 years ago

आओ मिलकर सोचें

[यह आलेख हमारे पाठक प्रबोध उनियाल ने आज यानी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भेजा है. उनका एक लेख हम…

5 years ago

क्यों ज़रूरी है स्कूलों के इस पागलपन से पीछे लौटना

बोस्टन में मनोविज्ञान पढ़ाने वाले प्रोफ़ेसर पीटर ग्रे ने हाल के वर्षों में आधुनिक शिक्षा पद्धति की बुनियाद को लेकर…

6 years ago