चन्द्र शेखर बेंजवाल

पहाड़ी खून में है पहाड़ी नूणपहाड़ी खून में है पहाड़ी नूण

पहाड़ी खून में है पहाड़ी नूण

अपना मित्र और पूर्व में सहकर्मी रहा शमशेर नेगी एक बड़ी मजेदार बात कहा करता है- "जिसने नहीं खाया पहाड़ी…

6 years ago
बड़े-बड़े गुण वाला बड़ी का सागबड़े-बड़े गुण वाला बड़ी का साग

बड़े-बड़े गुण वाला बड़ी का साग

हिमाचल वाला किस्सा यहां भी दोहराया गया. फर्क सिर्फ ये है कि शिमला में शर्मा जी थे और यहां हल्द्वानी…

6 years ago
तब ऐसी ईमानदारी थी हल्द्वानी मेंतब ऐसी ईमानदारी थी हल्द्वानी में

तब ऐसी ईमानदारी थी हल्द्वानी में

दो दिन पहले एक मित्र का एक दुकान में कुछ सामान खरीदने के दौरान पर्स छूट गया. मेरे मित्र दोबारा…

6 years ago
स्वादिष्ट होने के साथ ही पथरी का अचूक इलाज भी है गहत की दाल का फाणास्वादिष्ट होने के साथ ही पथरी का अचूक इलाज भी है गहत की दाल का फाणा

स्वादिष्ट होने के साथ ही पथरी का अचूक इलाज भी है गहत की दाल का फाणा

बचपन के उन दिनों गांव से आने वाला कोई परिजन या अन्य ग्रामीण जब घर से आई समौण (सौगात) के…

6 years ago
अद्वितीय होता है कुमाऊं-गढ़वाल का झोई भातअद्वितीय होता है कुमाऊं-गढ़वाल का झोई भात

अद्वितीय होता है कुमाऊं-गढ़वाल का झोई भात

वो कढ़ती है, ये झोलती है: पहाड़ की झोली 15 साल की उम्र में पहली बार जब गांव में एक…

6 years ago
पहाड़ी मूले का थेचुवा खाइए जनाब, पेटसफा चूरन नहींपहाड़ी मूले का थेचुवा खाइए जनाब, पेटसफा चूरन नहीं

पहाड़ी मूले का थेचुवा खाइए जनाब, पेटसफा चूरन नहीं

कल सुबह सब्जी लेने मंडी में पहुंचा तो देखा कि पहाड़ी मूला/ मूली बाजार में आ चुका है. अभी बाजार में…

6 years ago