अमित श्रीवास्तव

जब `स्पानी फ़्लू’ की तीसरी लहर लौटकर आईजब `स्पानी फ़्लू’ की तीसरी लहर लौटकर आई

जब `स्पानी फ़्लू’ की तीसरी लहर लौटकर आई

वो वापस आई!  प्रथम विश्व युद्ध अपने साथ अमरीका के तिरपन हज़ार सैनिकों को ले गया था और उसकी मृत्यु–सहोदरा…

4 years ago
आज ‘ओलंपियन विवेक’ का चौसठवां जन्मदिन हैआज ‘ओलंपियन विवेक’ का चौसठवां जन्मदिन है

आज ‘ओलंपियन विवेक’ का चौसठवां जन्मदिन है

ओलंपिक खेलों के दौरान घर के सबसे छोटे बच्चे की नज़र से मैच, ख़ासकर हॉकी, देखना अजब गुदगुदा देने वाला…

4 years ago
अलविदा दिलीप कुमारअलविदा दिलीप कुमार

अलविदा दिलीप कुमार

हमारे बचपने में अमिताच्चन ने अपनी एंग्री यंग मैन वाली गर्वीली गर्माहट से खासा बवाल काट रक्खा था. उसकी भारी…

4 years ago
मानव सभ्यता की बेहतरी के लिए विज्ञान और मानविकी के संतुलन की ज़रूरतमानव सभ्यता की बेहतरी के लिए विज्ञान और मानविकी के संतुलन की ज़रूरत

मानव सभ्यता की बेहतरी के लिए विज्ञान और मानविकी के संतुलन की ज़रूरत

दूसरा विश्व युद्ध समाप्त हुए डेढ़ दशक हुए थे और दुनिया साम्राज्यवाद के नरम संस्करणों में शांति और समृद्धि के…

4 years ago
‘जोहान वी हल्टिन’ द वायरस हंटर‘जोहान वी हल्टिन’ द वायरस हंटर

‘जोहान वी हल्टिन’ द वायरस हंटर

अलास्का में आर्कटिका से बस 75 मील दूर अवस्थित एक छोटे से तटीय गांव ‘ब्रेविग मिशन’ में जून 1951 में…

4 years ago
सौ बरस पहले जब कोविड 19 जैसे ही एक वायरस `स्पानी फ़्लू’ ने तबाही मचाईसौ बरस पहले जब कोविड 19 जैसे ही एक वायरस `स्पानी फ़्लू’ ने तबाही मचाई

सौ बरस पहले जब कोविड 19 जैसे ही एक वायरस `स्पानी फ़्लू’ ने तबाही मचाई

I had a little birdAnd it's name was EnzaI opened the windowAnd in flew–Enza(बच्चों के बीच स्पैनिश इन्फ्लूएंजा को लेकर…

4 years ago
ठेठ गढ़वाल के जीवन से जुड़ी चीज़ों को समझने के लिए एक तरह का रोचक शब्दकोश है ‘काऽरी तु कब्बि ना हाऽरि’ठेठ गढ़वाल के जीवन से जुड़ी चीज़ों को समझने के लिए एक तरह का रोचक शब्दकोश है ‘काऽरी तु कब्बि ना हाऽरि’

ठेठ गढ़वाल के जीवन से जुड़ी चीज़ों को समझने के लिए एक तरह का रोचक शब्दकोश है ‘काऽरी तु कब्बि ना हाऽरि’

बचपन में नए साल के ग्रीटिंग कार्ड बनाने के दौरान एक युक्ति सीखी थी. रंग में डुबाया हुआ धागा लेकर…

4 years ago

नई सदी के दो दशकों का खोया-पाया

हम नब्बे के दशक के लौंडो के लिए ट्वेंटी-ट्वेंटी शब्द युग्म एक सपने की तरह आया था. जितना हम उस…

4 years ago
आज ये जीवन से भरी आवाज़ भी चली गई : एस.पी. बालासुब्रमण्यम को श्रद्धांजलिआज ये जीवन से भरी आवाज़ भी चली गई : एस.पी. बालासुब्रमण्यम को श्रद्धांजलि

आज ये जीवन से भरी आवाज़ भी चली गई : एस.पी. बालासुब्रमण्यम को श्रद्धांजलि

डियर एसपीबी,आई जस्ट कॉल्ड टू से आई लव यू. आवाज़ बहुत भारी थी वो. बहुत ही भारी. तमाम आवाज़ों के…

5 years ago
आप शिकंजी पीना चाहेंगे?आप शिकंजी पीना चाहेंगे?

आप शिकंजी पीना चाहेंगे?

निजी कारणों की वजह से शुरुआत में ही मैं खुद को इस वाकये से अलग कर लेता हूँ. तो वो…

5 years ago