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पिथौरागढ़ के लिये अब चलेगी ग्रीन हवाई सेवा

हर बार की तरह इस बार भी पिथौरागढ़ में चुनाव का मुद्दा था हवाई सेवा. गृहमंत्री राजनाथ ने बड़ी बेशर्मी से 1 अप्रैल के दिन कहा कि उड़ान जल्द शुरु होगी. हालांकि कुर्सियों से ठसा-ठस भरी उनकी जनसभा में मंच में बैठे उनके समर्थकों ने खूब तालियां भी पिटी और पिथौरागढ़ की आम जनता ने अपना सिर.

खैर फरवरी में बंद हो चुकी हवाई सेवा और बदहाल सड़क सेवा पिथौरागढ़ के लोगों के लिये अब भी परेशानी का सबब बनी हुई हैं. पिथौरागढ़ को जाने वाली ऑल वेदर रोड में काम के चलते पिछले एक साल में न जाने कितने सड़क हादसे हुए हैं. घाट से पिथौरागढ़ के बीच सड़क हादसे आये दिन होते हैं. आदमियों के मरने की चिंता किसी को नहीं है ऐसे में घाट से ऊपर के पेड़ों का क्या हुआ पूछना ही बेमानी है.

इस बीच जब सोशियल मिडिया पर पिथौरागढ़ को सड़क यात्रा करने पर वीर चक्र देने की मांग जोर पकड़ने लगी तो एक फेसबुक पेज में किसी ने पहाड़ी जुगाड़ भी बतला दिया और बना दिया एक पहाड़ी ग्रीन हवाई जहाज.

जिस तरीके से पिछले दो दशक से सरकारें पिथौरागढ़ के लोगों के साथ हवाई मजाक कर रही है उसमें यह ग्रीन हवाई जहाज कोई बुरा नहीं है.

इसकी तकनीक के विषय में कहा जा रहा है कि इसके पंखे उच्च कोटी की भिन्डी से निर्मित हैं. लम्बे कद्दू से बनी इसकी मजबूत बॉडी न केवल पर्यावरण के लिये फायदेमंद हैं बल्कि इसमें हवा में दरवाजे खुलने का भी कोई भय है.

अभी तक इसके ईधन का कोई जुगाड़ नहीं हो पाया है. ईधन का जुगाड़ होते ही चल पड़ेगी विश्व की पहली हवाई ग्रीन सेवा. उम्मीद है सरकार से पहले ही यह उड़ा लिया जायेगा.

हालांकि ये सारी बातें जले में नमक मिर्च छिड़कने वाली हैं पर फायदा यह है कि उस नमक मिर्च को आप इस कद्दू में डालकर स्वादिष्ट कद्दू बना सकते हैं. ग्रीन हवाई जहाज बनाने वाली कंपनी का कहना है कि सरकार ने आज तक हवाई सेवा के नाम फांक नहीं दी हम तो फिर भी कद्दू की सब्जी दे रहे हैं.

– गिरीश लोहनी

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Girish Lohani

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  • The article is written with a skewed approach. This can be the writers opinion but not necessarily publics opinion.

  • बिल्कुल सही लिखा है लोहनी जी ने, जबसे uttrakhand राज्य बना है, तब से लेकर आज तक इस राज्य के लोगों के साथ विकास के नाम पर सिर्फ़ छलावा ही हुआ है,भ्रष्ट और सत्तालोलुप नेताओं की जमात जो पहले काँग्रेस में थी अब वो BJP में आ चुकी है। जब ये सड़के नहीं बना पा रहे, तो हवाई सेवा क्या देंगे। इनके सारे वादे और इरादे हवा हवाई हैं, उल्टा ऑल वेदर रोड के नाम पर प्रकृति का विनाश कर रहे हैं।

  • बहुत अच्छा लिखा है। व्यंग्य का सार्थक प्रयोग।

  • बहुत खूब लिखा आपने ,
    सरकार के खोखले वादों पर जनता व जनप्रतिनिधियों को आईना दिखता एक लेख।

  • Article kon likha hai?? Aise 3rd grade writers ko road banne pe peidd yaad aajate hai, inko raato raat road bani huwi chahiye... Ye nikamme Harish Rawat aur Mayukh Meher se nai poochenge ki airport ke naam pe hazaro crore side krke kyu nai chalayi hawai seva.... Hum aam janta aur wait karlenge but jab roads ready ho jab air travel 9 seater se upar ho aur DGCA safety clearance ho tab hii travel krenge tab tak inn sahab ko bhejdo baigun ke upar green ride pe..... Aur social media mein HardaChorHai aur CongressKaSafaya bhi trend horha hai apni phooti aankho se dekhlena

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