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नया साल और गहरे अवसाद का बीच हम लोगनया साल और गहरे अवसाद का बीच हम लोग

नया साल और गहरे अवसाद का बीच हम लोग

हम लोग, जो आजादी के आस-पास पैदा हुए हैं, सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि हमारे समाज का…

5 years ago
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को मौत की सज़ापाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को मौत की सज़ा

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ को मौत की सज़ा

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को देशद्रोह के आरोप…

5 years ago
बाल दिवस के अवसर पर युवाओं ने सोमेश्वर के गाँव के बच्चों को दिया पुस्तकालय का तोहफ़ाबाल दिवस के अवसर पर युवाओं ने सोमेश्वर के गाँव के बच्चों को दिया पुस्तकालय का तोहफ़ा

बाल दिवस के अवसर पर युवाओं ने सोमेश्वर के गाँव के बच्चों को दिया पुस्तकालय का तोहफ़ा

जहाँ एक ओर दिनों-दिन उत्तराखंड के गांवों से पलायन हो रहा है वहीं दूसरी ओर समय-समय पर कुछ युवा उम्मीद…

5 years ago
पिथौरागढ़ के दुतिया यानि भैया दूज की यादेंपिथौरागढ़ के दुतिया यानि भैया दूज की यादें

पिथौरागढ़ के दुतिया यानि भैया दूज की यादें

सत्तर के दशक तक पिथौरागढ़ में दुतिया बोले तो भाई दूज, अलौकिक त्यौहार होता था. गांव घर के लोग रक्षाबंधन…

5 years ago
उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना और यथार्थ के विषय पर हल्द्वानी में आयोजित संगोष्ठीउत्तराखंड राज्य की परिकल्पना और यथार्थ के विषय पर हल्द्वानी में आयोजित संगोष्ठी

उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना और यथार्थ के विषय पर हल्द्वानी में आयोजित संगोष्ठी

जब विचारों का ज्वार धधक रहा हो, मन में सवाल उमड़-घुमड़ रहे हों, बेचैन करने वाली तमाम तस्वीर हमारे सामने…

5 years ago
अल्मोड़े के दशहरे में पुतले : नीरज सिंह पांगती का फोटो निबंधअल्मोड़े के दशहरे में पुतले : नीरज सिंह पांगती का फोटो निबंध

अल्मोड़े के दशहरे में पुतले : नीरज सिंह पांगती का फोटो निबंध

अल्मोड़ा की रामलीला की ही तरह यहाँ का दशहरा भी विख्यात है. महीनों महीनों लग कर यहाँ के बड़े-बूढ़े और…

5 years ago
कितनी भी बड़ी हो तोप, एक दिन तो होना ही है उनका मुँह बन्द!कितनी भी बड़ी हो तोप, एक दिन तो होना ही है उनका मुँह बन्द!

कितनी भी बड़ी हो तोप, एक दिन तो होना ही है उनका मुँह बन्द!

पहली बार उनका नाम प्रोफेसर श्योराज सिंह बेचैन से सुना था कि बाबा साहेब आंबेडकर की पत्रकारिता पर उनके रिसर्च…

6 years ago
Seven Horses in a ForestSeven Horses in a Forest

Seven Horses in a Forest

हिंदी में पढ़िये - हिमालयी लोककथा: सात सुन्दर घोड़े Thousand of years ago in Tibet, an ancient religion thrived around…

6 years ago
Myth of Pipihya from Chaundas ValleyMyth of Pipihya from Chaundas Valley

Myth of Pipihya from Chaundas Valley

हिन्दी में पढ़ें: पीपीह्या और राख के धलंग की कथा Many cultures and religions imagine a time very long ago…

6 years ago
एक हिमालयी लोक कथा: माता की वेदनाएक हिमालयी लोक कथा: माता की वेदना

एक हिमालयी लोक कथा: माता की वेदना

Read the post in English : Mother’s Grief माता की वेदना हिमालयी भूभाग के तिब्बत की एक प्रचलित लोक कथा…

6 years ago