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गुप्त वंश तथा कुमाऊं भाग-3

तोरमाणः- सन् पांच सौ ई. के लगभग हूण सरदार तोरमाण ने मालवा तक अपना शासन स्थापित किया और महाराजाधिराज की…

6 years ago

सरयू आज भी सिसकती है – कुसुमा की त्रासद लोककथा

सुसाट मन को कपोरता है. लग जाता है एक उदेख जिसके अंदर कुहरा जाती है बाली कुसुमा की ओसिल कहानी.…

6 years ago

मेरी नानी हिमालय पर मूंग दल रही है

रमाशंकर यादव 'विद्रोही' (3 दिसम्बर 1957 - 8 दिसंबर 2015) हिंदी के लोकप्रिय जनकवि हैं. वे स्नातकोत्तर छात्र के रूप…

6 years ago

बाली उमर का सिनेमा प्रेम और सच बोलने का कीड़ा

लड़के, पढ़ने के लिए देहात से शहर जाते थे. आसपास के इलाकों में अव्वल तो कोई इंटर कॉलेज नहीं था.…

6 years ago

शऊर हो तो सफ़र ख़ुद सफ़र का हासिल है – 15

पहला दखल वो एक नम सुबह थी. ये बताना मुश्किल है कि कल रात की ओस ने देवदार की गहरी…

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स्मृति शेष : मेरी यादों में शमशेर

काफल ट्री के नियमित लेखक, उत्तराखण्ड पुलिस में कार्यरत प्रमोद साह ने अपने छात्र जीवन तथा उसके बाद की डॉ.…

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कुमाऊनी भाषा की पहली पत्रिका ‘अचल’ के संपादक जीवन बड़बाज्यू

लखनऊ में बर्लिंगटन चौराहे से केसरबाग को जाने वाली सड़क पर ओडियन सिनेमाघर से कुछ आगे, बाएं हाथ की तरफ…

6 years ago

अलविदा डॉ. शमशेर सिंह बिष्ट

उत्तराखण्ड के जनसंघर्षों के प्रतीक डॉ. शमशेर सिंह बिष्ट का आज प्रातः अल्मोड़ा में निधन हो गया है. वह लम्बे…

6 years ago

गुप्त वंश तथा कुमाऊं भाग-2

कर्तृपुर(कत्यूर):- समुद्रगुप्त के इलाहाबाद के अशोक स्तम्भ पर खुदी हुयी हरिषेण की प्रषस्ति में पराजित राजाओं में कर्तपुर का नाम…

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गाबो और उनकी शकीरा

आज से करीब सोलह साल पहले अंग्रेज़ी अख़बार 'द गार्जियन' ने शनिवार 8 जून 2002 को नोबेल विजेता गाब्रिएल गार्सीया…

6 years ago