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हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 55

जहिद हुसैन बताते हैं कि पहले जब संसाधन नहीं थे, पैदल और घोड़ों पर बारात जाया करती थी. 40-50 किमी…

6 years ago

आदिम संस्कृति और समाज के लिए संघर्ष करता जौनसार बावर का त्यौहार – बूढ़ी दिवाली

पूरे देश मे दिवाली कार्तिक माह की अमावस्या के दिन मनाई जाती है लेकिन उत्तराख़ण्ड के जिला देहरादून के जनजातीय…

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पिथौरागढ़ का गुरना माता मंदिर

घाट से पिथौरागढ़ के बीच लम्बे मोड़ों वाली घुमावदार सड़क है. पिथौरागढ़ को जोड़ने वाला यह एकमात्र मुख्य मार्ग है.…

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कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 53

  पिथौरागढ़ में रहने वाले बसंत कुमार भट्ट सत्तर और अस्सी के दशक में राष्ट्रीय समाचारपत्रों में ऋतुराज के उपनाम…

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कैसे बनती हैं बरेली की मशहूर सेवइयां

बरेली के मठ लक्ष्मीपुर में इरफ़ान अली पिछले १५ सालों से अपने दो भाइयों नाज़िम और नौशाद के साथ मुक़द्दस…

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थियेटर इन नैनीताल – उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की एक ज़रूरी किताब

नैनीताल में थियेटर का इतिहास करीब एक शताब्दी पुराना है और नैनीताल नगर ने लम्बे समय से रंगमंच के क्षेत्र…

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भारतीय हॉकी का चमत्कारिक खिलाड़ी रूप सिंह

ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम का नाम एक महान हॉकी प्लेयर के नाम पर रक्खा गया. रूप सिंह भारतीय हॉकी…

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मेट्रीमोनियल वाली झूठी लड़की

ये कई साल पहले की बात है. दो लड़कियां थीं. एक ब्‍वॉयफ्रेंड वाली, एक मेट्रीमोनियल वाली. ब्‍वॉयफ्रेंड वाली लड़की 24…

6 years ago

हल्द्वानी के इतिहास के विस्मृत पन्ने: 54

कई दूसरे शहरों में मुस्लिम समाज के बीच भी धार्मिक मान्यताओं को लेकर आपसी फसादाता होते रहते हैं, किन्तु यहां…

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पढ़ाई से महत्वपूर्ण होती सूचना

एक समय था, जब पढ़ती हुई क्लास तथा पढ़ाते हुए शिक्षक को बड़े सम्मान से देखा जाता था. कोई व्यक्ति…

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