Featured

इंतज़ार : लघु क्षोभ कथा

अंतर देस इ (... शेष कुशल है !) - अरे- अरे देख के ड्राइवर साहब ऊपर पहुँचाओगे क्या...' लगभग लड़…

6 years ago

बीस दिन भी न चल सकी पिथौरागढ़ हवाई सेवा

ढोल और दमुआ की जिस धमक के साथ 17 जनवरी के दिन प्रकाश पन्त ने नैनीसैनी हवाई अड्डे में कदम…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 122

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

उत्तराखण्ड का राज्य वृक्ष बुरांश

बुरांश (Rhododendron Arboreum) को बुरूंश भी कहा जाता है. नेपाल में इसे लाली गुराँस और गुराँस के नाम से जाना…

6 years ago

कामनापूर्ति मैया कोटगाड़ी भगवती का मंदिर

डीडीहाट और बेरीनाग की वयः संधि पर पूर्वी रामगंगा के तट पर स्थित है थल. थल से एक रास्ता मुवानी…

6 years ago

चम्फाखाव की वह होली और रेबू जिठबाज्यू की जलेबियां

उस बार कोसी नदी की घाटी में जब सरसों की पीली फसल को लहलहाते तथा दूर जंगलों में खिलते बुरांश…

6 years ago

कभी किलों-दुर्गों की बहुतायत थी उत्तराखण्ड में

उत्तराखण्ड में कई जगहों के नामों की शुरुआत में गड़, गढ़ी या गढ़ का इस्तेमाल दिखाई देता है. इस शब्द…

6 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 121

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

6 years ago

रुपहले पर्दे पर परिवार रचने वाले राजकुमार बड़जात्या का निधन

'मैने प्यार किया' के प्रोड्यूसर बड़जात्या को कौन भूल सकता है. वे निर्देशक सूरज बड़जात्या के पिता थे. बड़जात्या की…

6 years ago

ठैरा और बल से आगे भी बहुत कुछ है कुमाऊनी में

आज अन्तराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस है. कुमाउंनी में मातृभाषा के लिये अगर सबसे उपयुक्त शब्द नज़र में आता है वह है…

6 years ago