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ओ पवन वेग से उड़ने वाले घोड़े

ओ पवन वेग से उड़ने वाले घोड़े… ओ पवन वेग से उड़ने वाले घोड़े तुझपे सवार है जो, मेरा सुहाग…

5 years ago

मित्ज्यु: कुमाऊं में दोस्ती की अनूठी परम्परा

पिछले दशक तक उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मित्ज्यु शब्द काफ़ी सुनने को मिलता था. मित्ज्यु का अर्थ होता है…

5 years ago

ख़ाकी मर्ज, फ़र्ज़ और कर्ज़ की खिचड़ी है

युधिष्ठिर सरोवर में लोटा डुबाने ही वाले थे कि बगुला रूपी यक्ष प्रकट हुए और अपनी चिर-परिचित प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की. …

5 years ago

1940 के दशक में पिथौरागढ़ की भवन निर्माण शैली

1940 के दशक में पिथौरागढ़ कस्बे और इसके आस-पास सड़क नहीं थी. इस इलाके के दूरदराज तक के गाँव संकरी…

5 years ago

जागेश्वर में बानर का स्वांग करने वाले लड़के से सुनिये युवा पहाड़ियों की कहानी

हाँ, सौंणन में खूब रेलमपेल रहने वाली ठेरी फीर. वो मंदिर से यहाँ कुबेर जी के मंदिर तक दिनमान भर नब्बे-सौ चक्कर…

5 years ago

मध्य देशों से कुमाऊं-गढ़वाल के घरों में कैसे पहुंची नाक की नथुली

उत्तराखंड में महिलाओं के आभूषण किसी को भी आकर्षित कर सकते हैं. इन्हीं आभूषणों में एक नाक की नथ या…

5 years ago

12 वर्षों के बाद किसी भारतीय पत्रकार को रेमन मैगसेसे पुरस्कार

रेमन मैगसेसे पुरस्कार की शुरूआत 1957 में फ़िलीपींस के राष्ट्रपति रेमॉन मैगसेसे के नाम पर हुई. यह पुरस्कार एशियाई संस्थाओं…

5 years ago

होशियार व्यापारी वही है जो ग्राहक को होश में न आने दे

बहुत दिनों बाद रक्षा बंधन की छुट्टियों में भोगीलाल जी से मिलना हुआ. चर्चा चल निकली. मैंने कहा कि ये…

5 years ago

शिक्षकों की मांग को लेकर उत्तराखंड के सरकारी स्कूल में बच्चों ने लगाया ताला

उत्तराखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य का हाल किसी से छुपा नहीं है. हालिया ख़बर पौढ़ी जिले के राजकीय इंटर कालेज…

5 years ago

दाड़िम के फूल – इस कहानी की एक कहानी है

मेरी कहानी ‘दाड़िम के फूल’ की भी एक मजेदार कहानी है. आनंद तब आए जब इससे पहले मेरे दोस्त बटरोही की कहानी ‘बुरांश…

5 years ago