कला साहित्य

पहाड़ी फौजी की कथा मारफ़त छप्पन ए. पी. ओ.

फ़ौज की मुश्किल नौकरी से छुट्टियों के लिए पहाड़ के घर लौट रहे एक मामूली सिपाही से अपनी कविता 'रामसिंह'…

6 years ago

थियेटर इन नैनीताल – उमेश तिवारी ‘विश्वास’ की एक ज़रूरी किताब

नैनीताल में थियेटर का इतिहास करीब एक शताब्दी पुराना है और नैनीताल नगर ने लम्बे समय से रंगमंच के क्षेत्र…

6 years ago

रसमलाई का ज़ायका

अब से तुम्हारे साथ कहीं आना ही नही है... कहीं नहीं. शिखर होटल चौराहे से एनटीडी की ओर जाती लिंक…

6 years ago

रॉंग नंबर

रॉंग नंबर -आशीष ठाकुर एक दोपहर थी थकी-थकी, उदास, ठहरी हुई. खिड़कियाँ सूनी थी, आसमान अकेला. घर में सन्नाटा पसरा…

6 years ago

जादू देखो ताली पीटो, चमत्कार देखो और खुश रहो

भारत को चाहिए जादूगर और साधु - हरिशंकर परसाई हर 15 अगस्त और 26 जनवरी को मैं सोचता हूँ कि…

6 years ago

बयासी के हुए आज ज्ञानरंजन

आज हिन्दी की सबसे महत्वपूर्ण पत्रिका 'पहल' के यशस्वी सम्पादक और महान कथाकार ज्ञान जी का जन्मदिन है. आज ज्ञान…

6 years ago

इस उमर में संभव हो तो घंटे दो घंटे मोबाइल का स्विच ऑफ रखने का संयम बरतना

जवान होते बेटो-अष्टभुजा शुक्ल जवान होते बेटो!इतना झुकनाइतनाकि समतल भी ख़ुद को तुमसे ऊँचा समझेकि चींटी भी तुम्हारे पेट के…

6 years ago

नैनीताल में दीवाली: वीरेन डंगवाल

नैनीताल में दीवाली ताल के ह्रदय बले दीप के प्रतिबिम्ब अतिशीतल जैसे भाषा में दिपते हैं अर्थ और अभिप्राय और…

6 years ago

प्रेम पिता का दिखाई नहीं देता

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago

जो रास्ता नहीं भूलते

  चन्द्रकान्त देवताले 7 नवंबर 1936 को जौलखेड़ा, बैतूल (मध्य प्रदेश) में जन्मे चन्द्रकांत देवताले समकालीन हिन्दी कविता के सबसे…

6 years ago