कला साहित्य

आज के दिन जन्मा था वह विद्रोही कवि

जिन भारतीय कवियों ने बड़े पैमाने पर बीसवीं शताब्दी के परिदृश्य को प्रभावित किया, नामदेव लक्ष्मण ढसाल उनमें प्रमुख हैं.…

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कुछ काम हम करते हैं कुछ करते हैं पहाड़

पहली जुलाई 1944 को उत्तराखंड के टिहरी जिले के धंगण गाँव में जन्मे लीलाधर जगूड़ी वर्तमान समकालीन में हिन्दी के…

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फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की कहानी उन्हीं की जुबानी

बीसवीं सदी में उर्दू के सबसे बड़े शायरों में थे फ़ैज़ अहमद 'फ़ैज़' (Faiz Ahmad Faiz). पूरी ज़िंदगी जनधर्मिता और…

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एक बँगला का अंदर सिरफ दो जना – मटियानी जी की मार्मिक कहानी

अल्मोड़ा के समीप एकांत सिन्तोला में रहने वाले एक वृद्ध एंग्लो-इन्डियन जोड़े को परिवेश बनाकर लिखी गयी शैलेश मटियानी (Shailesh…

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वीरेन डंगवाल का स्मारक बनेगा बरेली में

साहित्य अकादेमी सम्मान से पुरुस्कृत विख्यात हिन्दी कवि वीरेन डंगवाल (Viren Dangwal) की स्मृति में शीघ्र ही बरेली में एक…

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पहाड़ के एक युग की दास्तान है शैलेश मटियानी की यह कहानी

हिन्दी के मूर्धन्य कथाकार-उपन्यासकार शैलेश मटियानी (Shailesh Matiyani) अल्मोड़ा जिले के बाड़ेछीना में 14 अक्टूबर 1931 को जन्मे थे. सतत…

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गाँव में आवाजें

साहित्य अकादेमी पुरुस्कार से सम्मानित मंगलेश डबराल  (Manglesh Dabral) हमारी भाषा के जाने माने कवि हैं. 16 मई 1948 को…

6 years ago

यह लेख अटैची के बारे में नहीं है

आज प्रातः समाचार मिला कि एक मित्र की नियुक्ति उप निदेशक के पद पर हो गई है. मित्र की नियुक्ति…

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आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक – मिर्ज़ा ग़ालिब के बारह महान शेर

उर्दू से सबसे सफल शायर सब मानते हैं कि उर्दू एक बेहद मीठी ज़बान है. इस भाषा में लिखी गयी…

6 years ago

जिसने मेरी रोटी छीनी उसे रोटियों के समुद्र में फेंकना

देना! -  नवीन सागर  जिसने मेरा घर जलाया उसे इतना बड़ा घर देना कि बाहर निकलने को चले पर निकल न…

6 years ago