‘अपनी धुन में कबूतरी’ वृत्तचित्र का प्रदर्शन

6 years ago

(जगमोहन रौतेला की रपट) कुमाउनी लोकजीवन के ऋतुरैंण, न्योली, छपेली, धुस्का व चैती आदि विभिन्न विधाओं की लोकप्रिय लोकगायिका रही…

विनोद कापड़ी को जानिये

6 years ago

उत्तराखंड के बेरीनाग इलाके से ताल्लुक रखने वाले विनोद कापड़ी की नई फिल्म ‘पीहू’ इसी महीने रिलीज़ होने वाली है.…

नैनीताल में नन्दा-सुनन्दा का डोला – शानदार तस्वीरें

6 years ago

17 सितम्बर 2018 को शुरू हुआ 3 दिवसीय नन्दा देवी महोत्सव आज डोले के विसर्जन के साथ ही समाप्त हो…

लेट्स गो डच – अंग्रेज़ी भाषा का एक पहलू ये भी

6 years ago

कॉक्नी लन्दन के कामगारों की विचित्र लेकिन कल्ट बन चुकी भाषा है. इतिहास की दृष्टि से आमतौर पर मज़दूरों के…

गोलू देवता की कहानी

6 years ago

ग्वल्ल ज्यू की जन्म भूमि ग्वालियूर कोट चम्पावत थी. इस ग्वालियूर कोट में चंद वंशी राई खानदान का राज्य था…

क़स्बों के आखिरी सिरे

6 years ago

इस देश के अमूमन हर क़स्बे के बाहरी हिस्से में एक मुख़्तलिफ़ और यकसां क़िस्म की तासीर सी तारी होती…

ठेठ कुमाऊंनी रामलीला का इतिहास

6 years ago

चंदवंशी राजा बालो कल्याण चंद ने जिस अल्मोड़ा शहर को 1563 में बसाया, उसी अल्मोड़ा शहर के स्व. देवी दत्त…

नहीं रहे विष्णु खरे

6 years ago

[हिन्दी के वरिष्ठ  कवि और प्रतिष्ठित सम्पादक-अनुवादक विष्णु खरे का आज निधन हो गया. अनेक भाषाओं के ज्ञाता और संगीत-सिनेमा…

मेहनती बहू और रात के अएड़ी की कथा

6 years ago

भरपूर चढ़क रूढ़ (गर्मी) पड़ रही थी. माटु, ढुंगी, पेड़, पत्ती, अल्मोड़ी, घिलमोड़ी, पौन-पंछी, कीट-पतंगारे, सांप-बाघ सब रूढ़ से बेहाल.…

कुमाऊं कमिश्नर ट्रेल के तीन अच्छे काम

6 years ago

ट्रेल कुमाऊँ के दूसरे कमिश्नर रहे. उन्हीं के नाम पर पिथौरागढ़ और बागेश्वर के बीच के दर्रे को ट्रेल पास…