छियालेख के बुग्याल में मरी हुई चिड़िया के फुर्र होने का जबरदस्त किस्सा

4 years ago

अप्रतिम छियालेख 3350 मीटर की ऊंचाई पर हैं. चारों ओर बुग्याली फूल जैसे खुश होकर झूम रहे थे. मन तो…

बुरांश, प्योंली और बिच्छू घास से बने रंगों संग अबके बरस की होली

4 years ago

हरेला सोसायटी नाम से काफल ट्री के पाठक परिचित हैं. पिछले पांच छः सालों में पिथौरागढ़ जिले को पर्यावरण के…

बीबीसी की तिलिस्मी आवाज़ वाली रेडियो सेवा का अंत

4 years ago

जरा अतीत की बिसरी गलियों में जाइए और भारत का वह दौर याद करने की कोशिश कीजिए, जब घर-घर में…

आक्सीजन की कमी और ठंड से उत्तराखंड के सैनिक की सियाचिन में मृत्यु

4 years ago

उत्तराखंड निवासी हवलदार रमेश बहुगुणा ने कल चंडीगढ़ के अस्पताल में आखिरी सांस ली. हवलदार रमेश बहुगुणा सियाचिन सैक्टर में…

हिट तुमड़ि बाटे-बाट, मैं कि जानूं बुढ़िया काथ : कुमाऊं की एक लोकप्रिय लोककथा

4 years ago

किसी गांव में एक बुढ़िया थी. बूढी और निर्बल बुढ़िया एक अकेले घर में रहती थी. एक साल जाड़ों के…

पहाड़ी वनस्पतियों से बनने वाले तेल

4 years ago

च्यूरे से घी बनता तो इसके फल खाये जाते. इसके घी में रसेदार सब्जी बड़ी स्वाद बनती. इसे टपकी और…

सच्चा प्रेम करोगे तो हिंसक होने से बच सकोगे

4 years ago

4G माँ के ख़त 6G बच्चे के नाम – 43  (Column by Gayatree arya 43) पिछली किस्त का लिंक: बड़े होने…

अनगितन सीढ़ियों वाले इस घुमावदार खड़े रास्ते के बाद छियालेख का मखमली बुग्याल

4 years ago

लगभग 2018 मीटर की ऊंचाई पर आज की रात हम मालपा में थे. 17 अगस्त 1998 की दुर्भाग्यशाली रात इस…

युवा मन का शेर ‘शमशेर’ : जन्मदिन विशेष

4 years ago

‘आज शाम ठीक 4 बजे चौघानपाटा में… के खिलाफ आम जन की आवाज बुलंद करने के लिए शमशेर बिष्ट एवं…

अंगरियाल का डंक हो या पुठ पीड़ सभी का रामबाण इलाज हुआ पहाड़ में

4 years ago

जाड़ों में बदन को चुस्त, गरम रखने के लिए कई चीजें खाई जाती. ये निरोगी भी बनाये रखतीं. आस पास…