Uuttarakhand Culture

मालूशाही गायन का खलीफा मोहन सिंह रीठागाड़ी

सेराघाट मंडी के उस पार ग्राम धपना (पिथौरागढ़) सन 1905-06 के आस पास मोहन सिंह का जन्म हुआ था. पिता…

5 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 86

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

5 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 85

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

5 years ago

कुमाऊनी लोकोक्तियाँ – 84

डा. वासुदेव शरण अग्रवाल ने एक जगह लिखा है - “लोकोक्तियाँ मानवीय ज्ञान के चोखे और चुभते सूत्र हैं.” यदि…

5 years ago