Shiva

द्वितीय केदार मदमहेश्वर का रोचक यात्रा वृतांत

एक पौराणिक कथा के अनुसार महाभारत युद्ध के बाद पाण्डव अपने कुल का नाश करने के पाप से मुक्ति हेतु…

5 years ago

लोककथा: रूप कुंड की मानव अस्थियों का सच

रूप कुंड में मानव कंकाल पाए जाने के विषय में एक अन्य रोचक कहानी और भी चलन में है. जो…

5 years ago

मदमहेश्वर: जहां शिव की नाभि पूजी जाती है

द्वितीय केदार मदमहेश्वर मद्महेश्वर, मध्यमहेश्वर या मदमहेश्वर उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग जिले में है. यह पंचकेदार मंदिर समूह…

5 years ago

विष्णु द्वारा स्थापित बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है जागेश्वर

उत्तराखंड के अल्मोड़ा से 35 किलोमीटर दूर स्थित जागेश्वर धाम कुमाऊँ के प्राचीन मंदिरों में से है. जागेश्वर मंदिरों का…

6 years ago