Remembering Manohar Shyam Joshi

मनोहर श्याम जोशी को याद करते हुए ‘कसप’ से एक अंशमनोहर श्याम जोशी को याद करते हुए ‘कसप’ से एक अंश

मनोहर श्याम जोशी को याद करते हुए ‘कसप’ से एक अंश

यह शहर मुझे तभी स्वीकार करेगा जब मैं सरकारी नौकरी पर लगूं, तरक्की पाता रहूं और अवकाश प्राप्त करके यहाँ…

3 years ago