Naresh Saxena

सबकी ज़रूरत का नमक वह अकेला ही क्यों ढोएसबकी ज़रूरत का नमक वह अकेला ही क्यों ढोए

सबकी ज़रूरत का नमक वह अकेला ही क्यों ढोए

समुद्र पर हो रही है बारिश -नरेश सक्सेना क्या करे समुद्रक्या करे इतने सारे नमक का कितनी नदियाँ आईं और…

6 years ago