तब हम हल्द्वानी के गौरापड़ाव के हरिपुर तुलाराम गांव में ही रहते थे. मुझे हल्की सी याद अभी भी है…
भारतीय लोकतंत्र के नायकों में से एक चुनावों का यह मौसम लोकतंत्र के अनेक नायकों को याद करने का समय…