Ashok Pande

कभी झूठ न बोलने वाले मोहम्मद की कहानी

अफ्रीकी लोक-कथाएँ : 1 बहुत पुरानी बात है मोहम्मद नाम का एक अक्लमंद इंसान था. वह कभी झूठ नहीं बोलता…

6 years ago

पहाड़ों का राष्ट्रीय खेल दहल पकड़

दशहरा त्यौहार के दौरान नगर-नगर ग्राम-ग्राम में दबा कर द्यूतक्रीड़ा होती है. इस क्रीड़ा का पहाड़ों में विशेष महात्म्य माना…

6 years ago

सिटौला और घुघुता

वैसे तो ऊपर के चित्र में दिख रही चिड़ियां कुमाऊँ में बहुतायत से पाई जाती हैं और इनके कॉटेज मैना…

6 years ago

सांप के बांये कान के नीचे का माल उर्फ़ एक टिपिकल हल्द्वानवी फसक

सीसमहल में रहने वाले गट्टू भाई हद दर्जे के गपोड़ी हैं. और मुझे उनका साथ अच्छा लगता है. दारू पीते…

6 years ago

शेरदा अपनी जगह पर बने रहेंगे – अद्वितीय

पहली बार नैनीताल के एक शरदोत्सव में हुए कुमाऊंनी कवि सम्मलेन में शेरदा को कविता पढ़ते सुना. कुमाऊं के उस…

6 years ago

माधुरी दीक्षित, नानाजी और पानी की बोतल का किस्सा

नानाजी किसी बीमा कम्पनी में लम्बी नौकरी कर बड़ी पोस्ट से रिटायर हुए थे. सगे नाना नहीं थे. किसी रिश्ते…

6 years ago

फकत पांच सालों में तबाह हो गए लाचुली गाँव की दास्तान

जिला पिथौरागढ़ में एक गाँव होता था लाचुली. पूरा पता – ग्राम लाचुली, पोस्ट देकुना, तेजम, जिला- पिथौरागढ़. ‘था’ इसलिए…

6 years ago

गाबो और उनकी शकीरा

आज से करीब सोलह साल पहले अंग्रेज़ी अख़बार 'द गार्जियन' ने शनिवार 8 जून 2002 को नोबेल विजेता गाब्रिएल गार्सीया…

6 years ago

हम मारे जाएंगे अगर नहीं रचेंगे देवताओं को, हम मारे जाएंगे अगर हम उनकी हत्या नहीं करेंगे

अदूनिस - विडंबनाओं और पराकाष्ठाओं के कवि सीरिया में १९३० में जन्मे सीरियाई – लेबनानी मूल के कवि, साहित्यालोचक, अनुवादक,…

6 years ago

लेट्स गो डच – अंग्रेज़ी भाषा का एक पहलू ये भी

कॉक्नी लन्दन के कामगारों की विचित्र लेकिन कल्ट बन चुकी भाषा है. इतिहास की दृष्टि से आमतौर पर मज़दूरों के…

6 years ago