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अरुण यह मधुमय देश हमाराअरुण यह मधुमय देश हमारा

अरुण यह मधुमय देश हमारा

शाम को टहलते हुए सोच रहा था कवि ने ऐसा क्यों कहा -  अरुण यह मधुमय देश हमारा? वह कह…

5 years ago
ॐ अग्नये स्वाहा, इदं अग्नये इदं न ममॐ अग्नये स्वाहा, इदं अग्नये इदं न मम

ॐ अग्नये स्वाहा, इदं अग्नये इदं न मम

उनके जैसा ज्वलनशील व्यक्ति मिलना मुश्किल था. लोग कहते हैं कि उनके माथे पर लिख दिया जाना चाहिये था- अत्यंत…

5 years ago
मॉरिशस में युवाओं को हिंदी में आनंदित होते देखामॉरिशस में युवाओं को हिंदी में आनंदित होते देखा

मॉरिशस में युवाओं को हिंदी में आनंदित होते देखा

सविता तिवारी स्वतंत्र पत्रकार, मॉरीशस विश्व हिन्दी सम्मेलन में जाने का यह मेरा पहला मौका था. लोगों की बातें, उम्मीदों…

7 years ago