कवि सम्मलेन

भाई साहब! मैं बाल कवि नहीं हूँ!भाई साहब! मैं बाल कवि नहीं हूँ!

भाई साहब! मैं बाल कवि नहीं हूँ!

उसका वहां होना, जहां उसे नहीं होना चाहिये था, स्वयं में एक घटना थी. सभागृह- प्रेक्षागृह, वाचनालय- पुस्तकालय, विश्वविद्यालय-मदिरालय, ऐसे…

6 years ago
सरकारी विभागों में पावती, सिर्फ पावती नहीं हैसरकारी विभागों में पावती, सिर्फ पावती नहीं है

सरकारी विभागों में पावती, सिर्फ पावती नहीं है

उस कक्ष में पांच कर्मचारी उपस्थित थे- तीन पुरुष और दो महिलायें. सभी कुछ देर पहले ही अपने-अपने स्थानों पर…

6 years ago
सुंदर स्त्री जब शेर सुनाती है तो शेर आयत बन जाते हैंसुंदर स्त्री जब शेर सुनाती है तो शेर आयत बन जाते हैं

सुंदर स्त्री जब शेर सुनाती है तो शेर आयत बन जाते हैं

'सौंदर्य की कविता' और 'कविता का सौंदर्य,' दोनों ही महत्वपूर्ण हैं. परन्तु इन दोनों से भी अधिक महत्वपूर्ण है- सौंदर्य…

6 years ago