उत्तराखंड के कवि

पूरा अपना ही है देहरादून : राजेश सकलानी की कविता

देहरादून निवासी युवा कवि राजेश सकलानी के पिछले कविता संग्रह पुश्तों का बयान का में कवि और उसकी कविता के…

5 years ago

शेरदा अनपढ़ की कविता – को छै तू

भुर भुर उज्याई जसी जाणि रत्तै ब्याण,भिकुवे सिकड़ी कसि ओढ़ी जै निसाण,खित्त कनैं हंसणऔर झऊ कनैं चाण,क्वाठन कुरकाती लगूंमुख क…

5 years ago