कठिन कठोर अति

कवि कहना शर्म के चलते अब छोड़ दिया हैकवि कहना शर्म के चलते अब छोड़ दिया है

कवि कहना शर्म के चलते अब छोड़ दिया है

कुछ ख़बरें इतने चुपचाप से आकर निकल जाती हैं कि समकालीन हिंदी साहित्य समाज उसका नोटिस ही नहीं ले पाता.…

6 years ago