कला साहित्य

रबिंद्रनाथ टैगोर की कहानी: तोतारबिंद्रनाथ टैगोर की कहानी: तोता

रबिंद्रनाथ टैगोर की कहानी: तोता

एक था तोता. वह बड़ा मूर्ख था. गाता तो था, पर शास्त्र नहीं पढ़ता था. उछलता था, फुदकता था, उड़ता…

11 months ago
कहानी: सूरज के डूबने से पहलेकहानी: सूरज के डूबने से पहले

कहानी: सूरज के डूबने से पहले

-धर्मपाल सिंह रावत "जरा सांस ले ले. बस थोडा और रह गया है, आ गई तैल्या की धार, वहाँ  टावर…

11 months ago
कहानी: माँ पेड़ से ज़्यादा मज़बूत होती हैकहानी: माँ पेड़ से ज़्यादा मज़बूत होती है

कहानी: माँ पेड़ से ज़्यादा मज़बूत होती है

कहानियों का नदी की तरह कोई मुहाना नहीं होता ना ही सितारों की तरह उनका कोई आसमान. एक सजग दृष्टि…

11 months ago
कहानी: कलकत्ते में एक रातकहानी: कलकत्ते में एक रात

कहानी: कलकत्ते में एक रात

-आचार्य चतुरसेन शास्त्री कलकत्ता जाने का मेरा पहला ही मौका था. मैं संध्या-समय वहां पहुंचा, और हरीसन रोड पर एक…

12 months ago
नैनीताल ने मुझे मेरी डायरी के सबसे यादगार किस्से दिएनैनीताल ने मुझे मेरी डायरी के सबसे यादगार किस्से दिए

नैनीताल ने मुझे मेरी डायरी के सबसे यादगार किस्से दिए

आज जब एक साल बाद नैनीताल आई, तो लगा जो भी यहाँ से लेकर गई हूँ, सारी अच्छी-बुरी यादें, खट्टे-मीठे…

1 year ago
कहानी : साहब बहुत साहसी थेकहानी : साहब बहुत साहसी थे

कहानी : साहब बहुत साहसी थे

आज शेविंग करते  हुए ना जाने ध्यान  बंट गया या  फिर वही जल्दबाजी  हुई कि गाल में एक बड़ा सा…

1 year ago
कहानी : मोक्षकहानी : मोक्ष

कहानी : मोक्ष

दूर कहीं जंगल में घसियारियों के गीत समवेत स्वर में गुंजायमान हो रहे हैं. उधर डाल पर दरांतियों से जैसे…

1 year ago
एक थी सुरेखाएक थी सुरेखा

एक थी सुरेखा

सालों बाद आज  मैसेंजर पर मेरी नरेन से बात हुई. नरेन सुरेखा का छोटा भाई है. अभी कुछ दिनों पहले…

1 year ago
चाय की टपरीचाय की टपरी

चाय की टपरी

दरअसल ये बात है उस शाम की; जब बेचैन मन को शांत करने की कोशिश में मैं वादियों में टहलने…

1 year ago
इस्मत चुग़ताई की कहानी : तो मर जाओइस्मत चुग़ताई की कहानी : तो मर जाओ

इस्मत चुग़ताई की कहानी : तो मर जाओ

“मैं उसके बिना जिन्दा नहीं रह सकती!” उन्होंने फैसला किया. (Toh Mar Jao) “तो मर जाओ!” जी चाहा कह दूँ.…

1 year ago