यात्रा पर्यटन

दूनागिरी: जहाँ कभी द्रोण ऋषि का आश्रम हुआ करता था

दूनागिरी अल्मोड़ा जिले की एक पहाड़ी है. अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 60 किमी है. यह रानीखेत कर्णप्रयाग…

5 years ago

देखिये क्या-क्या है कालाढूंगी के जिम कॉर्बेट म्यूजियम में

एडवर्ड जेम्स कॉर्बेट जिन्हें दुनिया जिम कॉर्बेट के नाम से जानती है, का जन्म 25 जुलाई 1875 को नैनीताल में…

5 years ago

परियों के ठहरने की जगह हुई नंदा कुंड

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 4 (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर से लीती…

5 years ago

चफुवा की परियां और नूडल्स का हलवा

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 3 (पिछली कड़ियां : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1 बागेश्वर से लीती…

5 years ago

गोगिना से आगे रामगंगा नदी को रस्सी से पार करना और थाला बुग्याल

हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 2 (पिछली कड़ी : हिमालय की मेरी पहली यात्रा – 1) सुबह आगे की…

5 years ago

बागेश्वर से लीती और लीती से घुघुतीघोल

पहाड़ के युवाओं में हिमालय की यात्राओं के लिए जिस तरह का नैसर्गिक उत्साह पाया जाता रहा है, उसकी मिसाल…

5 years ago

डोई का डोयाट – इस दफा पिंडारी घाटी

दिन - 1 : बागेश्वर से खाती गाँव खबडोली गाँव में रात गुजारने के बाद हम तैयार थे आज खाती…

5 years ago

भगवान राम का बेहतरीन पुरातन मंदिर है नारायण देवल गाँव में

उत्तराखंड में एक से एक सुन्दर प्राचीन मंदिर हैं जिनका सदियों पुराना स्थापत्य आज भी चमत्कृत करता है. ऐसा ही…

5 years ago

चौकोड़ी जाए बिना कुमाऊँ की सुन्दरता को ठीक से समझा नहीं जा सकता

समुद्र की सतह से 2010 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चौकोड़ी (Chaukori Kumaon Uttarakhand) कुमाऊँ के सुन्दरतम स्थानों में से…

5 years ago

बैजनाथ: कत्यूरी शासकों की राजधानी

धार्मिक व पौराणिक महत्व उत्तराखण्ड के कुमाऊँ मंडल के बागेश्वर जिले में है बैजनाथ. लोकप्रिय पर्यटन स्थल कौसानी से इसकी…

5 years ago