इतने विशाल हिंदी समाज में सिर्फ डेढ़ यार : पांचवीं क़िस्त

6 years ago

पंडित प्रतापनारायण मिश्र के ‘ब्राह्मण’ और डकैत फूलन देवी के ‘ठाकुर’ पिछली बार हमारा किस्सा इस बात के जिक्र पर…

1923 की प्रांतीय कौंसिल में गोविन्द वल्लभ के भाषण का अंश

6 years ago

जब स्वराज पार्टी 1923 के चुनाव में वर्तमान उत्तराखण्ड की तीनों प्रांतीय सीटें जीती तो कौंसिल में गोविन्द वल्लभ पन्त…

कौन हैं यज़ीदी

6 years ago

यज़ीदी महिला अधिकार कार्यकर्ता नादिया मुराद को 2018 का नोबेल शांति पुरस्कार मिलने के बाद एक बार फिर लोगों की…

अच्छे अध्यक्षों की अदा

6 years ago

अध्यक्ष महोदय -शरद जोशी हर शहर में कुछ अध्यक्ष किस्म के लोग पाए जाते हैं. यह शहर के साइज़ पर…

अंतर देस इ उर्फ़… शेष कुशल है! – अमित श्रीवास्तव का नया कॉलम

6 years ago

गुडी गुडी डेज़ -अमित श्रीवास्तव गुडी गुडी मुहल्ले के शोभा चाचा. नाम शोभनाथ या शोभाकांत जैसा कुछ रहा होगा. हमें…

शायद वहाँ एक आंसू था : मंगलेश डबराल की कविता

6 years ago

जीवन के लिए -मंगलेश डबराल शायद वहाँ थोड़ी सी नमी थी या हल्का सा कोई रंग शायद सिरहन या उम्मीद…

नासूर होती जिंदगी पर नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंग सान सू की चुप्पी !

6 years ago

म्यांमार के रखाइन राज्य में जारी रोहिंग्या मुसलमानों के उत्पीड़न को लेकर 3.86 लाख लोगों ने एक ऑनलाइन याचिका पर…

जोहार घाटी यात्रा भाग-4

6 years ago

(पिछली क़िस्त का लिंक - जोहार घाटी का सफ़र -3) हमने नर बहादुर को ढूंढने में खुद के खो जाने…

यह हम सबकी चुगली है

6 years ago

मोहिनी, यह तुम्हारी घात नहीं है -नवीन जोशी तुमसे विनती है कि तुम, जो इसे पढ़ोगे, यही सोचना कि मैं…

खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर – 4

6 years ago

(पिछले हिस्से:  खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर -1, खटारा मारुति में पूना से बागेश्वर -2,खटारा मारुति में पूना से…